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उसका दिल नहीं लग रहा है

वो आज कल हमसे दूर दूर भग रहा है,
शायद हममें उसका दिल नहीं लग रहा है।
उसके आँखों की सुर्ख़ी बात रही है कि,
वो आज कल रातों को जग रहा है।

स्वरचित : निखिल घावरे "निक्क सिंह निखिल"
भोपाल (मध्यप्रदेश)
दिनाँक : 03 अगस्त 2023©

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5 Comments

Fantastic lines

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Reena yadav

03-Aug-2023 09:43 PM

👍👍

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nikksinghnikhil

04-Aug-2023 11:35 AM

😊🙏

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Varsha_Upadhyay

03-Aug-2023 05:25 PM

बहुत खूब

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nikksinghnikhil

04-Aug-2023 11:36 AM

जी शुक्रिया

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